PM Vishwakarma Yojana Benefits In Hindi | पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है, विशेषताएं, लाभ, ऑनलाइन अप्लाई, कैसे मिलेगा लाभ?
क्या आप ऐसे व्यक्ति हैं जो अपने हाथों से बुनाई, बढ़ईगीरी, लोहारगीरी या मिट्टी के बर्तन बनाने का काम करते हैं? अगर हां, तो सरकार की पीएम विश्वकर्मा योजना का असर आप पर पड़ सकता है। आईए जानते हैं पीएम विश्वकर्म योजना क्या है? योजना में क्या लाभ मिलेगा? और कैसे मिलेगा? योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कैसे करें?
यदि आप हाथ के कारीगर हैं, जैसे कोई व्यक्ति जो साड़ी या कपड़े बुनता है, या कुम्हार, बढ़ई या लोहार के रूप में काम करता है, तो आपको पीएम विश्वकर्मा योजना के बारे में पता होना चाहिए। इस सरकारी योजना, जिसे ‘पीएम विकास’ योजना के नाम से भी जाना जाता है, की घोषणा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में की थी। इसे हस्तशिल्प में कारीगरों और कुशल लोगों को समर्थन और सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। आइए देखें कि यह योजना क्या पेशकश करती है…
पीएम विश्वकर्मा योजना की विशेषताएं
इस योजना का उद्देश्य भारतीय कारीगरों को विभिन्न तरीकों से मदद करना है। इसमें कौशल विकास, प्रशिक्षण कार्यक्रम, कार्यशालाएं, उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार और वित्तीय सहायता प्रदान करना शामिल है।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ
कारीगरों, बुनकरों, कुम्हारों, बढ़ई और लोहारों को नई तकनीकों के साथ अपने पारंपरिक ज्ञान को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त होगा। सरकार आधुनिक उपकरण भी उपलब्ध कराएगी। इसके अतिरिक्त, कारीगर कुछ भी गिरवी रखे बिना आसान ऋण प्राप्त कर सकते हैं। कच्चा माल, मशीनें खरीदने और कारोबार बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता भी उपलब्ध है।
पीएम विश्वकर्मा योजना से कैसे मिलेगा लाभ?
18 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति जो हाथ से काम करता है या जिसका परिवार शिल्प कौशल से जुड़ा है, इस योजना से लाभान्वित हो सकता है। इसमें वर्तमान में 18 पेशे शामिल हैं, जिनमें बढ़ईगीरी, लोहारगिरी, मिट्टी के बर्तन बनाना और बुनाई शामिल हैं।
आवेदन करने के लिए, आपको जहां आवश्यक हो वहां आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, कार्य प्रमाण पत्र, मोबाइल नंबर, बैंक विवरण, आय की जानकारी और जाति की जानकारी जैसे दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। अधिक जानकारी नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर से प्राप्त की जा सकती है।